मंगलवार, 6 अक्तूबर 2009

दीपावली

इस बार जब आप दीपावली मना रहे हो तो एक बार सिर्फ मेरी बात पर गोर जरुर करना , में आपके त्यौहार के मजे को किरकिरा नहीं कर रहा हु , बस थोडा सा समय मांग रहा हु की आप कुछ सोचे , बस आप को इतना सा सोचना हे की आपने कितना प्रकति का विनाश किया हे, हेदराबाद , कर्नाटका , गोवा , महारास्ट्र, बिहार, गुजरात  यह तो सिर्फ अपने  देश के कुछ हिसो के नाम हे, जहा पर प्रकति का कहर चल रहा हे, इन राज्यों में क्या हुआ कितने लोग मरे वो दिन दूर नहीं होगा जब प्रकति का कहर हम पर भी बरसेगा  तब याद करना आपनी गलतियों , कितना समय आप सोचते हो आपने बारे में , बच्चो के बारे में परिवार के बारे में , बिजनेस के बारे में, कभी सोचने का समय निकला , जीवन कैसे जियोगे , जब पानी नहीं होगा , जब एसी फेल हो जायेगे , और पंखे आग बर्सयेगे , यह मत कहना की जो होगा देखा जायेगा , देखना  तो आपको हे सुब कुछ , जब दाले , सब्जी , गेहू नहीं होगा , पेट्रोल नहीं होगा , आपने घर के आगे एक पेड़ तो हर परिवार लगा सकता हे .... ट्रेन में सफ़र करते समय .... सीता फल , जामुन , पपीते के बीज जेब में रखे .... चलती ट्रेन, बस में से डालते हुवे चले जाये ... कुछ तो प्रकति को बचाने का प्रयास होगा .... एक दिया तो उन लोगो के लिए जला देना जो अपने गलतियों की भेट चडे हे ...

3 टिप्‍पणियां:

  1. kumar ,theek bole aap .Tamam baaten aisi hai ki jinke abhav me jindagee jina mushkil hi nahi asambhav ho jaata hai.aapne tamam sawal uthaye jo aaj kal aadami avoid kardeta hai.
    likhte rahiye ,aapse ummeed hai bahut.apna add.bataiye kaha posted ho aajkal?
    with best wishes,
    Dr.Bhoopendra

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  2. bahut achha sujav hai. abhi hindi ko lekar bhi vichar chal rha tha pichhle kisi blog mein. kisi ka diya ek sujav yad aya so aapke sath bant rha hoon. kam se kam ham sab jo hindi ke smarhtak hain appne hastakshar hindi mein karne shuru kar dein. ye bhi kuchh aesa hoga jaise chlti train se beej bikhrne.achha sujav laga

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