रविवार, 11 अक्तूबर 2009

Bagiya

हमने भी  प्यार की बगिया बसाई, सुबह सुबह एक लड़की छत पर बाल सवारते नजर आई, उसको देख कर हमने आँखे घुमाई, वो सर्मायी और मुस्कुरई , हम लेला मजनू की किताब खरीद कर लाये , पड़ पड़ कर आँखों मै लालिमा छायी हमने भी प्यार की बगिया बसाई , सुबह सुबह तालियों की आवाज ने हमारी नीदे उडाई , दरवाजे का पट जब हमने खोला तो सामने तली बजा बजा कर मँगाने वालो की टोली नजर आई , इन महानुभावों ने जम कर की हमारी धुनाई , हॉस्पिटल के वार्ड मै हमारा सुजा मुख देख कर नर्से भी मुस्कुरायी , हमने भी प्यार की बगिया बसाई , दर्द के बाद हमें यह बात समझ आई हमने जिसे लड़की समझ वह तो कोई और ही निकला भाई , हमने भी प्यार की बगिया बसाई ,

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