गुरुवार, 8 अक्तूबर 2009

kya sochana nahi hoga

मै किसी को किसी प्रकार की राय नहीं दे रहा हू मगर यह बात तो पूरी तरह सत्य हे आज
 मै जब सुबह अख़बार पड रहा तो अजमेर की एक खबर पड़ने को मिली की किसी लड़ने ने किसी लड़की की अश्लील क्लिप बनायीं और बात यही तक नहीं हे , कुछ दिनों पहले पड़ने को मिला की एक लड़की ने आपने पुरे परिवार को मार दिया , और एक और न्यूज़ पड़ने को मिली की माँ के द्वारा लड़की को मना किया गया की तू अब उस लडके से नहीं मिलेगी तो लड़की ने लड़के के साथ मिल कर माँ को मार दिया ... सरलता और सोम्य की देवी महिला आज बदल रही हे
मै सुबह ऑफिस के लिए निकलता हू और स्वाभिक हे शाम को घर भी जाता हू , सुबह झील के पास से निकलता हू तो देखता हू मुह पर कपडा बांधे कोई ना कोई लड़का और लड़की कही बेठे जरुर मिलेगे यही सिथ्ती शाम को भी देखने को मिल ही जाती हे , और मन मै एक डर रहता हे की कोई मेरे परिवार प्रकति कही बेठा ना रहे , हमने आपने बच्चो को तो पड़ने तो घर से बहार भेज दिया मगर हमारी बेटी या बेटा क्या कर रहा हे ,
मन मै डर रहता हे की आज हमारे बच्चो की गलतिया कल उनका परिवार ना बर्बाद कर दे क्यों आज के संबध कल दुःख देते हे, बेटी या बेटा बाइक लेकर जाये तो कोई बात नहीं मगर वह देर घर आये तो , यह जरुर पूछने का साहस करता हू की कहा गए थे, बच्ची जब कपडा मुह पर बांध कर निकली हे तो मन मै चिंता रहती ,
क्या मेरी बात मै कुछ सच्चयी हे यदि हां तो जरुर आपनी राय देना , आप ही की तरह एक भाई और एक अंकल , और एक पिता , दोष किसका हे

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