यह बात सत्य नही हे की आपकी मेरी बात पसंद आएगी हो सकता हे आप मेरी बात से सहमत नही हो फ़िर भी में आपको मेरी बात कहने जा रहा हु
कुछ दिन पहले विजय्दास्मी को मेरे एक मित्र का मेसेज आया उनोंहने मुझे कहा की भारत को आओ मिलकर हिंदू रास्त बनाये भारत को विश्व गुरु बनाये
आप भारत को कोनसा हिंदू रास्ट्र बनाना चाहते हे
पहले अपने मोहल्ले को तो अपना बना लो आपका मोहल्ला दो तीन गुटों में बता हुआ हे आप अपने मोहल्ले को तो आपना बना नही सके
मोहल्ले में जाति के नाम पर लड़ते हो , एक साथ पंगत में बेत कर खाना तो का नही सकते हो , आठेवे नंबर मकानमें कोन रहता हे पता नही चले देश को एक करने
आप के लडाई कभी छेत्रवाद को लेकर होती हे तो कभी जातिवाद को लेकर , कहा पर एक हो
मेसेज करना आसन हे
एक गरीब जिसे आप पिछाडा कहते हो जब कही दूर दिखाए दे जाता है तो कही न कही दबे मुख आपकी गली भी उसके लिए सुने दे जाति हे
वही गरीब जब आपनी शादी में कभी घोडे पर बताता हे तो उसे पुलिश की मदद लेनी पड़ती हे ,
और आप उसका गोलियों और पथरो से उसका स्वागत करते हो ,
किसको लेकर हिंदू रास्ट्र की बात करते हो,
गाव के गाव तो जला दिए जाते हे , कभी कभी तो एसा भी सुनने को मिलगा हे की एक साथ गोलिये से भुन दिया गया
पार्टियो भासन देने से भारत हिंदू रास्ट्र बनता तो १९४७ में ही बन जाता
मगर कभी आप तो सेत्रवाद को लेकर कभी जातिवाद को लेकर , तो कभी उत्तर दशीन को मसला तो कभी उत्तर प्रदेश , बिहार , राजस्थान तमिल का मुद्दा एन से तो दूर हटो
जब सरे रहा किसी को मारा जाता हे तो आप बच कर निकलने की सोचते हो , सड़क पर किसी घायल को देख कर रास्ता बदल लेते हो ,
जब एसी देसा देख कर मर जाति हे हिंदू रास्ट्र बनने के कामना ,
आप कई हिंदू rast
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